थाना प्रभारी को हटाए जाने की मांग पर शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन की कही थी बात। शोशल मीडिया पर युवक की कई लाईव वीडियो बयां कर रही सारी हकीकत।
अनूपपुर (बिजुरी) –
जिले के छत्तीसगढ़ की सीमा पर लगा हुआ और कालरी क्षेत्र का प्रमुख थाना बिजुरी इस समय अपराधियों और माफियाओं के चंगुल में है, यह हम नहीं इस क्षेत्र की जनता कह रही है। वैसे तो यहां जो भी थाना प्रभारी आता है वह जनता के हितों की जगह खनन माफिया अपराधियों के हितों को ज्यादा ध्यान देता है लेकिन जब से इस थाना में प्रभारी के रूप में थाना क्षेत्र से मात्र कुछ किलोमीटर दूर अपना बचपन बिता चुके और पूर्व में अपने परिवार के साथ इसी थाना क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति को ही थाना क्षेत्र की कमान मिल गई है तब से इस क्षेत्र में अपराधियों और माफियाओं का बोलबाला है। कुछ मामलों में किसी का दबाव तो कुछ मामलों में अवैध वसूली ने इस थाने में कानून व्यवस्था, लायन ऑर्डर को ही ध्वस्त कर दिया है।
लगातार हो रही किरकिरी से नाराज थी बिजुरी पुलिस –
बिजुरी थाना क्षेत्र में संचालित विभिन्न प्रकार के अवैध कारोबार पर बिजुरी पुलिस कि मूकदर्शिता से नाराज होकर, नगर का युवक माखन तिवारी द्वारा आए दिन सोशल मीडिया फेसबुक पर वीडियो जारी कर बिजुरी पुलिस से अवैध कारोबारों पर अंकुश लगाने कि बात करते हुए क्षेत्र कि बिगड़ी कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने कि लगातार नसीहत दिया जाता था। जिस कारण से थानाक्षेत्र बिजुरी सहित समूचे सम्भाग भर में बिजुरी पुलिस कि लगातार होती किरकिरी से बिजुरी पुलिस में माखन तिवारी के प्रति खासी नाराजगी साफ नजर आता था। यही कारण है कि भिन्न-भिन्न धाराओं में माखन तिवारी के गिरफ्तार होने बाद से क्षेत्रभर में तरह-तरह कि चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है, जिसे पुलिस विभाग के लिए अच्छा नही कहा जा सकता है।
झूठे प्रकरणों में फंसाकर गिरफ्तार कर सकती है बिजुरी पुलिस –
माखन तिवारी द्वारा पूर्व में ही सोशल मीडिया फेसबुक पर वीडियो जारी करते हुए बताया था कि बिजुरी पुलिस द्वारा देर रात्रि मेरे घर पहुंचकर परिवारजनों को परेशान किया गया है साथ ही अंदेशा जताया गया था कि मेरे द्वारा लगातार थाना क्षेत्र में संचालित अवैध कारोबार पर आवाज उठाने के कारण नाराज बिजुरी पुलिस द्वारा मुझे कभी भी झूठे प्रकरणों में फंसाकर गिरफ्तार कर सकती है साथ ही नगर निरीक्षक बिजुरी पर भी माखन तिवारी ने गम्भीर आरोप लगाए थे जिसका वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक में खबर लिखे जाने तक मौजूद है। सोशल मीडिया फेसबुक में वीडियो जारी होने बाद अगली सुबह ही बिजुरी पुलिस द्वारा माखन तिवारी को भिन्न-भिन्न धाराओं में गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद से समूचे क्षेत्र में लोगों के बीच बिजुरी पुलिस की कार्यवाई पर तरह-तरह की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है।
28 नवंबर को युवक माखन द्वारा किया जाना था उग्र आंदोलन –
अवैध कारोबारों के खिलाफ सोशल मीडिया फेसबुक में आवाज प्रखर करने वाले युवक माखन तिवारी को बिजुरी पुलिस द्वारा कई धाराओं में शुक्रवार 22 नवम्बर की सुबह गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। प्राप्त जानकारी अनुसार थाना क्षेत्र में संचालित भिन्न-भिन्न अवैध कारोबारों पर बिजुरी पुलिस द्वारा अंकुश नही लगाए जाने से नाराज युवक माखन तिवारी द्वारा बिजुरी थाना के बाहर उग्र आंदोलन कि चेतावनी ढ़ी गई थी। जिससे बिजुरी पुलिस की धूमिल हो रही छवि पर दोहरी मार पड़ती। शायद इसी कारण बिजुरी पुलिस द्वारा आनन-फानन में माखन तिवारी को गिरफ्तार करते हुए उसकी आवाज को दबाने यह प्रयास किया। किन्तु माखन तिवारी के गिरफ्तार हो जाने के बाद से समूचे थाना क्षेत्र में बिजुरी पुलिस कि जो किरकिरी हो रही है उसने अब कानून-व्यवस्था पर ही गम्भीर सवाल खडे़ कर दिए हैं।
क्या जांच के दौरान धारा के साथ आरोपी के नाम में भी हुआ इज़ाफ़ा –
गर बिजुरी पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट कि मानें तो 12 अक्टूबर के दरमियानी नाबालिग पीड़िता (जो कि अनुसूचित जाति की है) के साथ छेड़छाड़ कि घटना को कारित किया गया था। जिस कारण से थाना अजाक में अपराध क्र. 04/24 धारा 74, 296, 351 (3) बीएनएस 7,8 पाक्सो एक्ट 3(1) डब्ल्यू (ii), 3(1) द,ध, एससी-एसटी एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। मामले पर जांच के दौरान प्रकरण में धारा 190, 191 (2), 324 (4) बीएनएस का ईजाफा कर घटना में संलिप्त आरोपियों कि पतासाजी की गयी। इस दौरान आरोपी के रूप में माखन तिवारी पिता हरिप्रसाद तिवारी उम्र 35 वर्ष एवं गंगाराम साहू पिता नारायण प्रसाद साहू उम्र 28 वर्ष दोनो निवासी भगता थाना बिजुरी को स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में पेश किया गया।